भारत में भी समय के साथ टेक्नोलॉजी में नए-नए परिवर्तन हो रहे हैं। भारत में भी बहुत जल्द भारत सरकार एक डिजिटल आईडी (One Digital Id) लाने वाली है।
भारत में समय-समय पर आईटी सेक्टर में भी काफी बदलाव आते रहते हैं और काफी रिसर्च के बाद नागरिकों के लिए कुछ यूनिक डाक्यूमेंट्स लाए जाते हैं। भारत में विकसित देशों की तरह लगातार कई सारे बदलाव कर रहा है।
सभी लोगों के मन में प्रश्न आ चुका है कि आखिरकार यह One Digital Id क्या है आज के इस आर्टिकल में हम आपको बताने वाले हैं कि One Digital Id क्या होती है।
Table Of Contents:
One Digital Id क्या है? What Is One Digital ID In Hindi?
2013 को पूरे भारत में आधार कार्ड प्रोजेक्ट को लॉन्च किया गया ताकि हर एक नागरिक के पास पहचान पत्र हो। आधार कार्ड के अलावा भी भारत में बहुत सारे पहचान पत्र हैं जैसे पैन कार्ड और वोटर आईडी कार्ड।
सरकार ने इस डिजिटल युग में एक डिजिटल आईडी लाने का ऐलान किया है।
एक डिजिटल आईडी के अंतर्गत सभी आईडी को एक साथ डिजिटल रूप से स्टोर कर दिया जाएगा। One Digital Id में आधार कार्ड, पैन कार्ड, पासपोर्ट और वोटर आईडी सभी कार्ड को एक जगह ऐड कर दिया जाएगा।
इस केंद्र और राज्य दोनों नागरिक के लिए आवश्यक है। इस को अभी लागू नहीं किया गया है लेकिन जल्द ही इसे भारत सरकार लागू कर सकती है। आधार कार्ड की तरह के 14 नंबर या 12 नंबर का डिजिटल आईडी कार्ड भी होगा।
सरकार का कहना है कि एक डिजिटल आईडी की सारी पावर व्यक्ति के हाथ में होगी जब चाहे इस आईडी का प्रयोग कर सकता है। इस को सरकार 27 जनवरी के बाद पब्लिक डोमेन में रखने वाली है।
एक डिजिटल आईडी में इस प्रकार से लिंकिंग की जा रही है ताकि आगे चलकर वेरिफिकेशन में किसी भी प्रकार की व्यक्ति को समस्या ना आए।
इसका उदाहरण अगर आप कभी जन सुविधा केंद्र में फॉर्म भरने गए और वहां पर आप अपना वोटर आईडी कार्ड ले जाना भूल गए। अगर आपके पास यह सिंगल आईडी है तो आप अपना वोटर आईडी नंबर सिंगल आईडी से निकाल सकते हैं।
एक डिजिटल आईडी का सबसे बड़ा फायदा ईकेवाईसी को मिलने वाला है और सरकार इस को सरकारी योजनाओं से जोड़ने में भी मदद करेगी।
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार One Digital Id से सरकार को नागरिक को डाटा एकत्रित करने में मदद मिलेगी।
Important Points: आईपीएल आज का मैच आज का आईपीएल मैच किसके साथ है | आईपीएल टिकट प्राइस लिस्ट (IPL Ka Ticket Kitne Ka Hai) आज का आईपीएल मैच कितने बजे शुरू होगा सभी जानकारी के लिए इस आर्टिकल को पढ़े: ⬇️⬇️⬇️
One Digital Id को 2017 में प्रस्तावित किया गया था
One Digital Id को लाने की बात 2017 से चल रही है। सरकार ने 2017 में कहा था कि जल्द ही आईटी सेक्टर को बढ़ाने के लिए नागरिकों के एक डिजिटल आईडी बना सकते हैं।
एक डिजिटल आईडी को मॉडल को आईटी सेक्टर में निर्धारित किया है। केंद्र सरकार और राज्य सरकार के द्वारा सभी प्रमाण पत्र को या आईडी कार्ड को एक डिजिटल आईडी में Add कर दिया जाएगा।
लेकिन उस समय इस उद्देश्य से लाया गया था कि कैसे आईटी डेवलपमेंट से सरकारी संस्था को जोड़ा जाए। एक डिजिटल आईडी के वर्जन वन में केवल सरकार के लिए इसे बनाया गया था तब इसमें प्राइवेट सेक्टर को नहीं जोड़ा गया था।
27 जनवरी 2023 को अंतिम तिथि है सुझाव देने की
एक डिजिटल आईडी के बारे में नागरिकों के क्या सुझाव है वह जनवरी तक दे सकते हैं इसके बाद One Digital Id वर्जन 2 को सरकार जल्द ही प्रस्तावित कर सकती है।
सरकार नागरिक की सुझाव के आधार पर ही एक डिजिटल आईडी को लॉन्च करेगी। वर्जन 2 में सरकार गवर्नमेंट और प्राइवेट दोनों के पास One Digital Id का डाटा रहेगा। इसमें प्राइवेट कम्पनी को भी राइट दिए है जबकि 2017 में प्राइवेट कम्पनी को राइट नहीं दिया गया था।
One Digital Id के फायदे
One Digital Id के बहुत सारे फायदे भी देखने के लिए मिल रहे हैं जैसे
- एक डिजिटल आईडी के के माध्यम से व्यक्ति के सभी आईडी को एक साथ जोड़ दिया जाएगा।
- एक डिजिटल आईडी से सभी आईडी कार्ड डिजिटल रूप में उपलब्ध रहेंगे।
- एक डिजिटल आईडी में सभी आईडी कार्ड के एकत्रित होने से व्यक्ति कोई भी कार्ड डिजिटल रूप से प्रयोग कर सकता है।
- सरकार के काम को आसान बनाने के लिए One Digital Id का प्रयोग केंद्र और राज्य सरकार दोनों ही कर सकती हैं।
One Digital Id नुकसान
जिस प्रकार One Digital Id के फायदे देखे जा रहे हैं उसी प्रकार इसके कुछ नुकसान भी है जैसे:-
- कुछ लोगों का मानना है कि एक डिजिटल आईडी का एक भी नंबर किसी हैकर के पास पहुंच जाएगा तो किसी भी व्यक्ति का डाटा चोरी हो सकता है।
- एक डिजिटल आईडी के एक्सेस मिलने से बहुत बड़ा रिस्क उत्पन्न हो सकता है।
- इसका एक नुकसान यह भी है सरकार और आईटी सेक्टर के अलावा लोगों की आईडी कार्ड की जानकारी थर्ड पार्टी आने की कंपनियों के पास भी रहेगी बहुत सारे लोग ऐसे हैं जो थर्ड पार्टी को अपना डाटा शेयर नहीं करना चाहते क्योंकि कई बार थर्ड पार्टी डाटा का गलत इस्तेमाल करती है।
One Digital Id कब तक बनेगी
एक डिजिटल आईडी बनाने की घोषणा हुई है अभी बहुत सारी प्रोसेस है और जब तक यह प्रोसेस पूरी नहीं होती है तब तक वनडिजिटल आईडी नहीं बनेगी और इस आईडी को सरकार बना रही है।
जिसके कारण से यह सुप्रीम कोर्ट पर भी जा सकती है क्योंकि कई लोग वनडिजिटल आईडी का विरोध कर रहे बहुत सारे लोगों का मानना है कि जब आधार कार्ड है तो फिर वनडिजिटल आईडी कार्ड की आवश्यकता क्यों है लोगों का मानना है कि भारत में अधिकांश जनता इतनी भी शिक्षित नहीं है कि वह डिजिटल आईडी से अपने आधार कार्ड या पैन कार्ड का नंबर ले सके।
दूसरी तरफ बहुत सारे लोग एक डिजिटल आईडी के सपोर्ट में भी दिख रहे हैं उन लोगों का मानना है कि एक डिजिटल आईडी के बहुत सारे फायदे हैं। जगह जगह डाक्यूमेंट्स ले जाने की आवश्यकता नहीं होगी और किसी भी डॉक्यूमेंट को एक जगह से निकाल सकते हैं।
27 जनवरी 2023 को एक डिजिटल आईडी के बारे में नागरिकों का सुझाव देने की अंतिम तिथि थी।
Conclusion:
One Digital Id के बारे में मेरी राय यह है कि एक डिजिटल आईडी उन लोगों के लिए आवश्यक है जिन लोगों को डॉक्यूमेंट इधर उधर ले जाने पड़ते हैं एक साथ डाक्यूमेंट्स ले जाने में बहुत बार लोग अपना आधार कार्ड या पैन कार्ड ले जाना भूल जाते हैं तो उन लोगों के लिए यह One Digital Id सबसे अच्छा रहेगा।
जिन लोगों को इंटरनेट की ज्यादा जानकारी नहीं है तो उन लोगों के लिए One Digital Id नुकसानदायक भी रह सकता है क्योंकि भारत की अधिकांश जनता ज्यादा पढ़ी-लिखी नहीं है। 2025 के बाद से ही एक डिजिटल आईडी भारत में फायदेमंद साबित हो सकता है क्योंकि 2025 तक अधिकांश लोग डिजिटल रूप से जुड़ सकते हैं।